सूत्रों ने बताया है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने PoK में छुपे आतंकियों के अलग-अलग ग्रुप की जानकारी जुटाई है जो घुसपैठ के लिए सही मौके की तलाश में हैं. ऐसा ही एक आतंकियों का ग्रुप पाकिस्तान की सेना की मदद से उरी सेक्टर से शनिवार घुसपैठ करने की फिराक में थे.सूत्रों ने बताया है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने PoK में छुपे आतंकियों के अलग-अलग ग्रुप की जानकारी जुटाई है जो घुसपैठ के लिए सही मौके की तलाश में हैं. ऐसा ही एक आतंकियों का ग्रुप पाकिस्तान की सेना की मदद से उरी सेक्टर से शनिवार घुसपैठ करने की फिराक में थे.
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में पहाड़ों में छुपे आतंकियों के सफाए के लिए सेना लगातार ऑपरेशन चला रही है. वहीं खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट से ISI की भारत के खिलाफ बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है.जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में पहाड़ों में छुपे आतंकियों के सफाए के लिए सेना लगातार ऑपरेशन चला रही है. वहीं खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट से ISI की भारत के खिलाफ बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है.
Pakistan China Against India: भारत के खिलाफ आतंकी हमले में पाकिस्तान की नापाक साजिश तो जगजाहिर है. हालांकि, चीन भी भारत को चोट पहुंचाने के लिए इस खेल में शामिल हो चुका है.
Terrorism: जम्मू कश्मीर में आतंकी वारदातों को बढ़ाने के मकसद से पाकिस्तान खूब धन खर्च कर रहा है। ये अलग बात है कि वह खुद कंगाली के मुहाने पर खड़ा है। भारत में दहशतगदों को भेजने से लेकर उन्हें हथियार एवं दूसरे तकनीकी उपकरण मुहैया कराने में पाकिस्तान को चीन से मदद मिल रही है।जम्मू कश्मीर में आतंकी वारदातों को बढ़ाने के मकसद से पाकिस्तान खूब धन खर्च कर रहा है। ये अलग बात है कि वह खुद कंगाली
पाकिस्तान कश्मीर में फिर से आतंक को बढ़ावा देने के लिए आए दिन कोई न कोई नया पैंतरा अपना रहा है। अब उसकी खुफिया एजेंसी ISI ने चीन से हाथ मिलाया है और वह PoK में बैठे आतंकियों को चीनी हथियार प्रदान कर रही है।
ISI Pakistan China Kashmir: पीओके में बैठे आतंकियों को उनके आक़ाओं से सिक्योर कम्युनिकेशन के लिए पूरी तैयारी के साथ चीनी तकनीक पर आधारित हाइली एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन डिवाइस दिए जा रहे हैं, जिससे भारतीय एजेंसियां उनके संदेशों को डिकोड न कर पाएं.ISI Pakistan China Kashmir: पीओके में बैठे आतंकियों को उनके आक़ाओं से सिक्योर कम्युनिकेशन के लिए पूरी तैयारी के साथ चीनी तकनीक पर आधारित हाइली एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन डिवाइस दिए जा रहे हैं, जिससे भारतीय एजेंसियां उनके संदेशों को डिकोड न कर पाएं.